भोपाल
मध्य प्रदेश में युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए ‘यारियां- द फ्रेंड्स क्लब यूथ इंटरवेंशन प्रोजेक्ट’ की शुरुआत होने जा रही है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत भोपाल, इंदौर और जबलपुर से स्वास्थ्य विभाग करेगा। इसमें 15 से 35 वर्ष के किशोरों-युवाओं को मानसिक मजबूती, सुरक्षित व्यवहार, एचआईवी-एड्स, टीबी, हेपेटाइटिस और स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जागरूक करने के साथ प्रशिक्षित भी किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट से हॉस्टल, कोचिंग सेंटर, मेस, फास्ट फूड रेस्टोरेंट और इंटरनेट कैफे जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ा जाएगा। इसका उद्देश्य किशारों-युवाओं में भावनात्मक नियंत्रण, असफलता को बर्दाश्त करने क्षमता और जिम्मेदारी की भावना विकसित करना है।
व्यवहार और आदतें होती हैं प्रभावित
भागदौड़ भरी जिंदगी में कई युवा पढ़ाई या करियर के लिए घर से दूर हॉस्टल या किराए के कमरों में रहते हैं। ऐसे में वे अपना अधिकतर समय दोस्तों और रूममेट्स के साथ बिताते हैं, जिससे उनका व्यवहार और आदतें काफी हद तक प्रभावित होती हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने का दबाव, असफलता का डर और बदलती उम्र की चुनौतियां कई बार उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डालती हैं।
‘यारियां’ प्रोजेक्ट ऐसे युवाओं के लिए एक भरोसेमंद प्लेटफार्म बनेगा, जहां वे खुलकर अपनी बात कह सकेंगे और सही मार्गदर्शन पा सकेंगे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा का कहना है कि इस परियोजना का उद्देश्य सिर्फ जागरूकता तक सीमित न होकर युवाओं के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास है।
उन्हें बेहतर कम्युनिकेशन स्किल, तनाव को संभालने के तरीके, गुस्से और भावनाओं पर नियंत्रण, जिम्मेदारी का महत्व और सुरक्षित जीवनशैली अपनाने के बारे में सिखाया जाएगा। इसके साथ ही एचआईवी एड्स, टीबी और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों के प्रति भी जागरूक किया जाएगा। इस परियोजना का संयोजन मप्र एड्स नियंत्रण सोसाइटी करने वाली है।