TWNN, Digital Desk, New Delhi.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि वे अगले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। मिशिगन में चुनावी कैंपेन के दौरान ट्रम्प ने कहा कि PM मोदी शानदार व्यक्ति हैं। वे अपने काम में बेहद अच्छे हैं। इस दौरान ट्रम्प ने आरोप लगाया कि भारत अमेरिका से व्यापार संबंधों का गलत इस्तेमाल करता है।
दरअसल, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति से भारत के साथ फ्री ट्रेड पर सवाल किया गया था। इस पर उन्होंने कहा, “भारत आयात पर बहुत ज्यादा टैक्स लगाता है। राष्ट्रपति बनने पर मैं अमेरिका में ‘रेसिप्रोकल ट्रेड पॉलिसी’ लागू करूंगा। यानी जो देश हम पर इम्पोर्ट के लिए जितना टैक्स लगाएगा हम भी उतना ही टैरिफ लेंगे।
अगर किसी देश ने 250 गुना चार्ज लगाया तो हम भी इतना ही टैक्स लेंगे। इससे या तो उस देश से समझौता होकर फ्री ट्रेड शुरू हो जाएगा या फिर अमेरिका में इम्पोर्ट के जरिए आने वाला रेवेन्यू बढ़ जाएगा।” दरअसल, PM मोदी 21 सितंबर को 3 दिन के दौरे पर अमेरिका जा रहे हैं। इस दौरान वे क्वाड समिट में हिस्सा लेंगे। यह बैठक राष्ट्रपति बाइडेन के होमटाउन डेलावेयर में हो रही है।
तस्वीर 2019 में मोदी के अमेरिका दौरे की है। इस दौरे को ‘हाऊडी मोदी’ नाम दिया गया था।
तस्वीर 2019 में मोदी के अमेरिका दौरे की है। इस दौरे को ‘हाऊडी मोदी’ नाम दिया गया था।
भारत ने अमेरिका से एक्सचेंज की क्वाड की मेजबानी
हिंद महासागर में चीन को काउंटर करने के लिए बने क्वाड संगठन की बैठक इस साल भारत में होने वाली थी। लेकिन अब भारत ने क्वाड समिट होस्ट करने की अपनी बारी को अमेरिका के साथ एक्सचेंज किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत 2025 में क्वाड होस्ट करेगा।
दरअसल, पहले भारत में क्वाड समिट जनवरी 2024 में होने वाला था। हालांकि, उस वक्त अमेरिका ने राष्ट्रपति बाइडेन के पास समय न होने का हवाला देते हुए समिट को सितंबर तक के लिए टाल दिया था। अब बैठक अमेरिका में होने से बाइडेन को बतौर राष्ट्रपति आखिरी समिट होस्ट करने का मौका मिलेगा।
क्वाड बैठक के बाद 22 सितंबर को PM मोदी न्यूयॉर्क के नसाउ वेटरन मेमोरियल कॉलेजियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगे। इस इवेंट को मोदी एंड US प्रोग्रेस टुगेदर नाम दिया गया है। इसमें शामिल होने के लिए 24 हजार लोग रेजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
दुनिया के सबसे बड़े खतरों पर भाषण देंगे PM मोदी
PM मोदी अमेरिका की बड़ी कंपनियों के CEO के साथ भी बैठक करेंगे। इसका मकसद भारत और अमेरिका के बीच AI, क्वांटम कम्प्यूटिंग, सेमीकंडक्टर और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है। यात्रा के आखिरी दिन 23 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क में UN के समिट फॉर द फ्यूचर में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे दुनिया के सबसे बड़े खतरों पर स्पीच भी देंगे।
इस समिट का मकसद सबसे अहम चुनौतियों से निपटने के लिए नए अंतरराष्ट्रीय समझौते करना है। समिट में दुनियाभर के कई बड़े नेता शामिल होंगे। इस बैठक के अलावा मोदी कई देशों के लीडर्स के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।
अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर
वर्ष 2023-2043 में भारत और अमेरिका के बीच बाइलेट्र्ल ट्रेड 118.3 बिलियन डॉलर पार कर चुका है। यानी इस अंतराल में भारत और अमेरिका ने 9 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का व्यापार किया। अमेरिका उन कुछ देशों में से एक है जिनके साथ भारत का ट्रेड सरप्लस है। यानी भारत अमेरिका को ज्यादा सामान बेचता है और वहां से कम सामान खरीदता है।