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बगैर धान खरीदे हो गई फर्जी एंट्री! शासन को लगाई गई करोड़ों रुपए की चपत, अब होगी संपत्ति सीज

 जबलपुर
 धान खरीदी गड़बड़ी के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें फर्जी तरीके से भुगतान लेने वालों की संपत्ति कुर्क की जाएगी. इसके अलावा फर्जीवाड़े में शामिल सोसाइटियों के कमीशन से भी रिकवरी की जाएगी. जो लोग फर्जीवाड़े में शामिल हैं, उनकी संपत्ति को कुर्क कर किसानों को भुगतान किया जाएगा.

दरअसल, कई किसानों ने फर्जी खरीदी पर्ची दिखाकर पैसे ले लिए हैं. ऐसे में अभी भी कई किसानों को गड़बड़ी के चलते उनके हक का पैसा नहीं मिल पा रहा है. कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने ऐसे लोगों की संपत्तियों का ब्यौरा जुटाने के आदेश दिए हैं. ताकि जल्दी से जल्दी रिकवरी की जा सके.

उधर, अभी भी कई किसान भुगतान के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना का कहना है कि हमारी कोशिश है कि पोर्टल पर जिस किसी भी की भी खरीदी चढ़ी है, उसे पेमेंट हो जाए. शासन ने गड़बड़ी करने वालों से वसूली के निर्देश दिए गए हैं. ताकि रुके हुए किसानों को पेमेंट किया जा सके.

शासन को लगाई गई करोड़ों रुपए की चपत

जबलपुर में धान खरीदी के दौरान करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया। कहीं कम धान तौलकर तो कहीं बिना धान खरीदे फर्जी एंट्री करके शासन को चपत लगाई गई। इस फर्जीवाड़े में दोषी पाए गए 70 से अधिक जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों पर FIR दर्ज कराई गई लेकिन अब इस फर्जीवाड़े का दंश जिले के दो सौ से अधिक किसानों को झेलना पड़ रहा है।

ये वो किसान हैं जिनका धान फर्जीवाड़ा करने वाले वेयरहाउसों में बेचा गया था और इस फर्जीवाड़े की जांच चलने की वजह से जिले में दो सौ से अधिक किसानों का 5 करोड़ से अधिक का भुगतान रुका हुआ है जिससे किसानों के सामने रोजमर्रा के खर्च और घरेलू समस्याओं का संकट गहराया हुआ है। मामले को लेकर बड़ी संख्या में किसानों ने कलेक्टर से धान का भुगतान करने की मांग की है।

वहीं कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि जिन किसानों का भुगतान रुका है उनका धान शॉर्ट पाया गया था और जिन कर्मचारियों ने यह फर्जीवाड़ा किया है उनकी संपत्ति कुर्क करवाकर पैसे की वसूली की जाएगी और किसानों का भुगतान किया जाएगा और इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, उम्मीद है जल्द ही किसानों का भुगतान हो जाएगा।

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