लंदन
फ्रेंच ओपन 2025 की चैंपियन कोको गॉफ विंबलडन के पहले ही राउंड में चौंकाने वाली हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। अमेरिका की नंबर 2 वरीयता प्राप्त गॉफ को यूक्रेन की गैरवरीय डयाना यास्त्रेम्स्का ने सीधे सेटों में 7-6(3), 6-1 से हरा दिया। यह मुकाबला मंगलवार देर रात को प्रतिष्ठित नंबर 1 कोर्ट पर खेला गया।
21 वर्षीय गॉफ इस हार के साथ ओपन एरा में केवल तीसरी महिला बन गई हैं, जो फ्रेंच ओपन जीतने के बाद अगले ही ग्रैंड स्लैम यानी विंबलडन के पहले दौर में हार गईं। इससे पहले यह दुर्भाग्य जस्टिन हेनेन (2005) और फ्रांसेस्का स्कियावोने (2010) को झेलना पड़ा था। गॉफ के लिए यह मुकाबला बेहद निराशाजनक रहा। उन्होंने केवल छह विनर लगाए, जबकि 29 अनफोर्स्ड एरर किए, जिनमें नौ डबल फॉल्ट शामिल थे। वहीं यास्त्रेम्स्का ने 16 विनर लगाते हुए दबदबे के साथ मुकाबला अपने नाम किया।
गॉफ का ग्रास कोर्ट पर खराब रिकॉर्ड जारी
रोनाल्ड गैरोस की लाल मिट्टी पर कुछ हफ्ते पहले ही गॉफ ने नंबर 1 आर्यना सबालेंका को हराकर अपना दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था। इससे पहले उन्होंने 2023 यूएस ओपन में भी खिताब अपने नाम किया था। लेकिन विंबलडन, जहां उन्होंने 2019 में 15 साल की उम्र में वीनस विलियम्स को हराकर सनसनी मचाई थी, उनके लिए अब तक सबसे कमजोर ग्रैंड स्लैम साबित हुआ है। वह यहां अभी तक सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच सकी हैं और पिछले तीन वर्षों में यह दूसरी बार है जब वह पहले ही राउंड में बाहर हुई हैं।
यास्त्रेम्स्का का आत्मविश्वास दिखा
गॉफ के खिलाफ यह यास्त्रेम्स्का की पहली जीत थी। इससे पहले तीन मुकाबलों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 42वीं रैंक की यास्त्रेम्स्का ने कहा, “मैं आज काफी लय में थी। कोको के खिलाफ खेलना अपने आप में खास होता है।”
यास्त्रेम्स्का ने हाल ही में नॉटिंघम में एक ग्रास कोर्ट टूर्नामेंट के फाइनल तक का सफर तय किया था, जिससे उन्हें आत्मविश्वास मिला। उन्होंने कहा, “मुझे घास पर खेलना बहुत पसंद है। इस बार ऐसा लग रहा है जैसे घास से मेरी दोस्ती हो गई है।”
इस जीत के साथ यास्त्रेम्स्का ने न केवल एक बड़ी उलटफेर को अंजाम दिया, बल्कि टूर्नामेंट में अपने अभियान को भी नई उड़ान दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह यहां से कितनी दूर तक जा पाती हैं।