बरनाला
स्वास्थ्य विभाग बरनाला द्वारा डिप्टी कमिश्नर बरनाला टी. बेनिथ आईएएस तथा डायरेक्टर स्वास्थ्य विभाग पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार शीत लहर और घने कोहरे से बचाव के लिए एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की गई है। यह जानकारी इंचार्ज सिविल सर्जन बरनाला डॉ. गुरमिंदर कौर औजला ने दी।
डॉ. गुरमिंदर कौर औजला ने बताया कि सर्दी के मौसम में शीत लहर के कारण बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे और लंबे समय से बीमार व्यक्ति अधिक प्रभावित होते हैं। ठंड लगने की स्थिति में यदि समय रहते इलाज न कराया जाए, तो यह कई बार गंभीर और जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसलिए इन वर्गों का विशेष ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मुनीश कुमार ने बताया कि घनी धुंध और अत्यधिक ठंड के कारण सुबह और देर शाम या रात के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। घने कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है, जो काफी खतरनाक हो सकती हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि घरों में बंद कमरे के अंदर अंगीठी जलाकर कभी भी ताप नहीं लेना चाहिए, क्योंकि अंगीठी से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बंद कमरे में ऑक्सीजन की कमी पैदा कर देती है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक और जानलेवा हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति को चक्कर, घबराहट या सांस लेने में तकलीफ महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
जिला मास मीडिया एवं सूचना अधिकारी कुलदीप सिंह मान तथा जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर हरजीत सिंह ने बताया कि इस मौसम में छोटे बच्चे अधिक बीमार पड़ते हैं, इसलिए उन्हें गर्म कपड़े पहनाना बेहद जरूरी है। बच्चों को स्वेटर, जैकेट, मोजे, जूते और सिर पर टोपी जरूर पहनाई जानी चाहिए। बुजुर्गों, दमा और सांस संबंधी रोगों से पीड़ित मरीजों को अत्यधिक ठंड के दौरान घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि सर्दियों में खान-पान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। आहार में गर्म चीजें जैसे सूप, चाय, कॉफी और संतुलित भोजन शामिल करें। शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए थोड़े-थोड़े समय बाद गुनगुना या हल्का गर्म पानी पीते रहें। स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि ठंड के मौसम में सावधानी बरतें और किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।

