तेजस्वी यादव का बड़ा दावा – भाजपा नेत्री के घर से मिले डबल EPIC, वोट चोरी में आयोग शामिल

पटना

बिहार में मतदाता सूची प्रारूप प्रकाशित होने के बाद से शुरू हुआ सियासी घमासान जारी है। बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर फिर से बड़ा आरोप लगाा। कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मतदाता पुनरीक्षण कार्य (SIR) का मामला चल रहा है। मंगलवार को जिन लोगों का नाम मृत व्यक्ति की सूची में था, उनलोगों को अदालत में पेश किया गया है। चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर वोट की डकैती कर रहा है। अंध भक्त पीएम मोदी पर चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बनने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तक हमारे किसी भी खुलासे पर चुनाव आयोग ने प्रेस वार्ता नहीं की। एसआईआर में और कई खामियां हैं, इसे भी हमलोग उजागर करेंगे।

भाजपा अब चुनाव आयोग को आगे कर वोट की चोरी करवाने का काम कर रही है। चुनाव आयोग ने 2020 में वोट का चोरी किया था। हमलोगों को 10 से अधिक सीटों पर चुनाव हरवाया गया। इसके बाद इस बार मतदाता पुनरीक्षण कार्य के नाम पर क्या हो रहा? यह आप देख ही रहे हैं। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के बारे में हमलोगों ने खुलासा किया ही है। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के कई लोगों के पास दो-दो EPIC नंबर हैं। इसकी जांच क्यों नहीं हो रही है। इस पर एक और खुलासा हुआ है। तेजस्वी यादव ने कहा कि निर्मला देवी बीजेपी की बड़ी नेत्री और मुजफ्फरपुर की मेयर है। इनके पास एक दो EPIC ID – REM1251917 और GSB1835164 है। इनके एक ही विधानसभा में दो अलग अलग बूथ पर दो अलग-अलग वोट है।दो अलग-अलग EPIC कार्ड में इनकी दो अलग-अलग उम्र है। SIR में इन्होंने दो अलग अलग गणना फॉर्म भरे। मतदाता सूची पुनरीक्षण में इन्होंने दो अलग अलग फॉर्म पर दो अलग अलग साइन किए होंगे। इन दो अलग-अलग फॉर्म पर चुनाव आयोग ने साइन किए कि मेयर ने ख़ुद साइन किए।
 
एक ही घर में अनेक फर्जी वोट बनवा रहा आयोग
तेजस्वी यादव ने सवाल पूछा कि कि चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित नई ड्राफ्ट सूची में दो अलग अलग EPIC नंबर के साथ, दो अलग-अलग उम्र के साथ, एक ही विधानसभा में इनके दो अलग अलग वोट कैसे बन गए? यह  चुनाव आयोग की मिलीभगत से यही नहीं रुकी- इनके दो देवर है- मनोज कुमार और दिलीप कुमार सुपुत्र अशर्फ़ी लाल। उनके भी दो दो अलग-अलग EPIC नंबर के साथ दो दो अलग-अलग बूथ में दो दो अलग-अलग वोट बने हैं। मतलब इन्होंने भी SIR में दो दो अलग-अलग फॉर्म भरे होंगे और दो अलग-अलग साइप किए होंगे। जब चुनाव आयोग एक ही विधानसभा में ख़ुद ऐसा कर रहा है तो फिर SIR का क्या मतलब? इसका अर्थ है कि चुनाव आयोग भाजपा समर्थकों के एक ही घर में अनेक फर्जी वोट बनवा रहा है।
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बिहार की जनता 2020 से जानती है कि ये लोग वोट चोर हैं
तेजस्वी यादव ने कहा कि निर्मला देवी भाजपा की मुजफ्फरपुर से संभावित प्रत्याशी है तो क्या चुनाव आयोग इसलिए इनकी मदद के लिए इनके पक्ष में फर्जी वोट रहा है? उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग विपक्ष के वोट काटने में युद्ध स्तर पर काम कर रहा है और भाजपा के पक्ष में जोड़े जा रहा है। बताइए बड़े बड़े लोगों का एक ही विधानसभा में दो अलग-अलग EPIC कार्ड, दो अलग-अलग उम्र के साथ दो अलग-अलग वोट कर दे रहा है।  यह चुनाव आयोग की बेईमानी नहीं है तो क्या है? बिहार की जनता 2020 से जानती है कि ये लोग वोट चोर हैं। मात्र 12,756 वोट के अंतर से धांधली कर इन्होंने हमें 15 सीटों में जबरन चुनाव हरवा दिया। अबकी बार जनता इनका ऐसा इलाज करेगी और भगाएगी कि इनके साथ साथ इनकी आने वाली नस्लें भी याद रखेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का कहीं कोई करिश्मा नहीं है ये लोग चुनाव आयोग जैसी सवैधानिक संस्थानों के बल पर धांधली और हेराफेरी कर, वोटों की चोरी कर सरकार बना रहे है। 

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