मेरठ
सावन के महीने में निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार यूपी पुलिस ने सख्ती दिखाने का फैसला किया है। यात्रा में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए खास तौर पर मेरठ जोन और अन्य जिलों में कांवड़ियों पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं।
इन चीजों पर पूरी तरह बैन:
– त्रिशूल, डंडा, हॉकी स्टिक या कोई भी हथियारनुमा चीज
– बिना साइलेंसर वाली बाइक
– तेज आवाज में डीजे बजाना और हुड़दंग मचाना
कहां लागू होंगे ये नियम?
ये नियम खासतौर पर उन जिलों में लागू होंगे जहां बड़ी संख्या में कांवड़िए आते हैं, जैसे:
– मेरठ
– मुजफ्फरनगर
– शामली
– सहारनपुर
– बुलंदशहर
– हापुड़
– बागपत
सख्ती क्यों?
पिछले कुछ सालों में कांवड़ यात्रा के दौरान कई जगहों पर हिंसक घटनाएं, सड़क पर हुड़दंग और सामान्य लोगों को परेशान करने की शिकायतें मिली हैं। कई कांवड़िए धार्मिक यात्रा को शक्ति प्रदर्शन में बदल देते हैं — तेज डीजे, झगड़े, मोटरसाइकिल रेसिंग और सड़क पर उत्पात आम हो गया है। इसीलिए अब पुलिस ने नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है।
एडीजी मेरठ ने क्या कहा?
एडीजी (मेरठ जोन) भानु भास्कर ने कहा कि कोई भी कांवड़िया त्रिशूल, डंडा या हॉकी स्टिक जैसे प्रतीकात्मक हथियार भी लेकर नहीं चलेगा। अगर किसी ने नियम तोड़ा तो FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिना साइलेंसर बाइक पर रोक
पिछले वर्षों में देखा गया है कि कुछ कांवड़िए बिना साइलेंसर की बाइक लेकर तेज आवाज में चलते हैं, जिससे ध्वनि प्रदूषण और लोगों को परेशानी होती है। अब ऐसे वाहनों पर चालान और जरूरत पड़ी तो वाहन जब्त भी किया जाएगा।
सुरक्षा के खास इंतजाम
– यात्रा रूट पर ड्रोन से निगरानी
– CCTV कैमरे हर संवेदनशील जगह पर
– PAC और RAF की टीम तैनात
– हर जिले में प्रशासन और पुलिस की सतर्क निगरानी
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने सभी शिवभक्तों और कांवड़ यात्रा आयोजकों से अपील की है कि
– शांतिपूर्वक यात्रा करें
– नियमों का पालन करें
– किसी भी तरह के विवाद या कानून तोड़ने से बचें
– प्रशासन का सहयोग करें