नई दिल्ली
दिल्ली नगर निगम (MCD) 1 सितम्बर 2025 से ‘एक सड़क-एक दिन’ नामक एक विशेष अभियान की शुरुआत करने जा रहा है, जिसका उद्देश्य राजधानी की सड़कों को व्यवस्थित और स्वच्छ बनाना है. इस योजना के अंतर्गत, प्रत्येक ज़ोन में प्रतिदिन एक प्रमुख सड़क का सम्पूर्ण कायाकल्प किया जाएगा. यह अभियान स्थायी समिति द्वारा प्रस्ताव पारित होने के बाद आधिकारिक रूप से लागू किया जा रहा है.
स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने निगम के अतिरिक्त आयुक्तों और ज़ोनल उपायुक्तों को निर्देशित किया है कि वे इस योजना को गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ लागू करें. उनका मानना है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को आगे बढ़ाने और 2 अक्टूबर तक दिल्ली की स्थिति में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
हर क्षेत्र में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी, जो ‘एक सड़क – एक दिन’ योजना के निर्माण, कार्यान्वयन और निगरानी के लिए जिम्मेदार होंगे. इस व्यवस्था से कार्य की गति और गुणवत्ता पर प्रभावी निगरानी संभव होगी. प्रत्येक क्षेत्र की सड़कों की सूची तैयार कर प्राथमिकता के आधार पर कार्ययोजना बनाई जाएगी. इसके लिए स्थानीय पार्षदों और विधायकों से सुझाव लिए जाएंगे, ताकि कार्य स्थानीय आवश्यकताओं और वास्तविकताओं के अनुरूप हो सके.
हर जोन के उपायुक्तों को जवाबदेह ठहराया गया है, और वे हर सप्ताह नगर आयुक्त को अभियान की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे, जिससे निगरानी और मूल्यांकन की प्रक्रिया को सुदृढ़ किया जा सके. योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए आवश्यक बजट और संसाधनों, जैसे मैकेनिकल स्वीपर्स, फॉगिंग मशीनें, पेड़ काटने के उपकरण और स्ट्रीट लाइट्स, की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. इसके अलावा, हर दिन किए गए कायाकल्प के कार्यों की तस्वीरें और रिपोर्ट सोशल मीडिया पर साझा की जाएंगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा सकेगा.
सत्या शर्मा ने जानकारी दी कि वे सड़कें, जो पीडब्ल्यूडी या अन्य एजेंसियों के अधीन हैं लेकिन जिनकी सफाई का कार्य एमसीडी द्वारा किया जाता है, उन्हें भी इस योजना में शामिल किया जाएगा. समन्वय के लिए संबंधित विभागों को सूचित किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि ‘एक सड़क – एक दिन’ अभियान के अंतर्गत प्रतिदिन चयनित सड़क पर विभिन्न कार्य किए जाएंगे. इनमें मरम्मत और टॉपिंग, फुटपाथों का समतलीकरण और सुधार, मीडियन तथा किनारों की सफाई और सजावट, पेड़ों की छंटाई, ग्रिल की पेंटिंग, साइनेज की मरम्मत या प्रतिस्थापन, कूड़े और मलबे की सफाई, स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत, और अतिक्रमण को हटाने और रोकने के कार्य शामिल हैं.
सत्या शर्मा ने यह विश्वास व्यक्त किया है कि यह अभियान दिल्ली को एक स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित शहर में बदलने के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा. उनका कहना है कि यह योजना स्वच्छ भारत मिशन की भावना को और मजबूत करेगी और दिल्ली को एक नई पहचान प्रदान करेगी.