जालंधर
शहर में एक बार फिर से सायरन की आवाज सुनाई देगी और ब्लैकआउट होगा। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 31 मई को रात 9:30 बजे से 10 बजे तक जिले में ब्लैकआउट (बत्ती बंद) का अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ब्लैकआउट से पहले सायरन की आवाज सुनाई देगी। इस दौरान आपातकालीन सेवाओं (जैसे अस्पताल, पुलिस आदि) को छोड़कर पूरे जिले की लाइटें बंद कर दी जाएंगी। नगर निगम की ओर से सड़क की लाइटें भी बंद की जाएंगी।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ब्लैकआउट के समय लोग अपने जनरेटर या इन्वर्टर से भी लाइट का इस्तेमाल न करें। घर के बाहर लगी लाइटें भी बंद रखी जाएं। उन्होंने बताया कि शहर में सायरन की संख्या बढ़ाई गई है, लेकिन अगर किसी को कोई परेशानी हो तो जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम नंबर 0181-2224417 पर जानकारी दी जा सकती है।
डॉ. अग्रवाल ने लोगों से अपील की कि यह ब्लैकआउट केवल आपातकालीन हालात से निपटने की एक तैयारी (अभ्यास) है, घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इस अभ्यास के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बिना जरूरत के यात्रा न करें। अगर यात्रा करनी पड़े तो गाड़ी को सड़क के किनारे रोककर लाइट बंद कर दें।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि ब्लैकआउट से पहले, 31 मई को शाम 6 बजे जालंधर कैंट के जवाहर पार्क के पास कैंट बोर्ड ऑफिस में मॉक ड्रिल (अभ्यास) किया जाएगा। इस ड्रिल का मकसद है कि आपातकालीन स्थिति में कैसे लोगों की सुरक्षा की जाए और जरूरी सेवाएं (जैसे खाना, दवाई, इलाज आदि) कैसे उपलब्ध कराई जाएं।