रूस समर्थक मिलानोविक रेस में सबसे आगे, क्रोएशिया में राष्ट्रपति चुनाव का शुरू हुआ मतदान

जेगरेब।

क्रोएशिया में रविवार को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हो रहा है। राष्ट्रपति पद की रेस में रूस समर्थक माने जाने वाले जोरान मिलानोविक सबसे तगड़े दावेदार हैं। गौरतलब है कि मिलानोविक क्रोएशिया के निवर्तमान राष्ट्रपति हैं और एक बार फिर उनके ही इस पद पर बैठने की उम्मीद है।

मिलानोविक का सामना मुख्य तौर पर क्रोएशिया की सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार ड्रागन प्रीमोराक से है। साथ ही छह अन्य उम्मीदवार भी हैं। 29 दिसंबर को हुए पहले चरण के चुनाव में मिलानोविक ने आराम से जीत दर्ज की थी। यही वजह है कि दूसरे चरण के चुनाव में भी वामपंथी मिलानोविक की जीत के आसार हैं।

पहले चरण में हासिल की थी जोरदार जीत
पहले चरण के चुनाव में मिलानोविक को 49 प्रतिशत वोट मिले थे, वहीं प्रिमोराक को महज 19 फीसदी वोट ही मिल सके। क्रोएशिया यूरोपीय संघ और नाटो का सदस्य देश है। 38 लाख की आबादी वाला यह देश इन दिनों महंगाई, भ्रष्टाचार और कार्यबल की कमी से जूझ रहा है। मिलानोविक (58 वर्षीय) रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को पश्चिमी मदद के विरोधी हैं। मिलानोविक की क्रोएशिया में लोकप्रियता बहुत ज्यादा है और वह अपने राजनीतिक विरोधियों को लेकर काफी मुखर रहते हैं। इसी वजह से अक्सर उनकी तुलना अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की जाती है।

प्रधानमंत्री के मुखर आलोचक हैं मिलानोविक
मिलानोविक को क्रोएशिया के मौजूदा प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविक का मुखर आलोचक माना जाता है। मिलानोविक अक्सर पीएम आंद्रेज के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं और उन्हें और उनकी सत्ताधारी पार्टी कंजर्वेटिव क्रोएशियन डेमोक्रेटिक यूनियन पार्टी पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते रहे हैं। वहीं पीएम आंद्रेज, मिलानोविक के रूस समर्थक होने का दावा करते हैं और उन्हें क्रोएशिया के लिए खतरा बताते हैं। हालांकि मिलानोविक ने खुद के रूस समर्थक होने से इनकार किया है, लेकिन रूस के खिलाफ यूक्रेन की नाटो द्वारा मदद के खिलाफ हैं। मिलानोविक भी क्रोएशिया के प्रधानमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। क्रोएशिया में राष्ट्रपति पद औपचारिक है, लेकिन राष्ट्रपति ही सेना का शीर्ष कमांडर होता है। ऐसे में क्रोएशिया में राष्ट्रपति पद भले ही औपचारिक है, लेकिन इसकी भी अपनी अहमियत है और सत्ता को संतुलित करने में इसकी बड़ी भूमिका है। साल 1991 में यूगोस्लाविया से आजाद होकर क्रोएशिया बना। क्रोएशिया में मतदान के जरिए राष्ट्रपति का चुनाव होता है।

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