पटना
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि एनडीए ने विधानसभा चुनाव के पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है। पारस ने दावा किया कि भाजपा एवं एनडीए गठबंधन में शामिल पार्टियां विधानसभा चुनाव में अपने हार के अंदेशा से निर्वाचन आयोग का सहारा लेकर सुदूर गांव एवं राज्य के ग्रामीण एवं मलिन बस्तियों में बसने वाले दलित, गरीब वंचित एवं शोषित तबके के मतदाताओं को मतदान से वंचित रखने का षड्यंत्र रच रही है। उन्होंने गुरुवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस तरह से निर्वाचन आयोग ने कम समय में मतदाता सूची सत्यापन एवं पुनरीक्षण का निर्णय लिया है, हमारी पार्टी उसका विरोध करती है।
'हमारी पार्टी जल्द ही गठबंधन…'
पारस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी निर्वाचन आयोग एवं अन्य संवैधानिक संस्थाओं का अपने पक्ष में इस्तेमाल कर बिहार एवं देश के अन्य राज्यों में चुनाव जीतना चाहती है। भाजपा के इस मंसूबे का राज्य की जनता कभी भी कामयाब नहीं होने देगी। हमारी पार्टी जल्द ही गठबंधन को लेकर बड़ा निर्णय लेगी। हम मजबूती से विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के युवा नेता यशराज पासवान, प्रधान महासचिव केशव सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष महताब आलम, राजेन्द्र विश्वकर्मा, राहुल यादव, शक्ति पासवान, राधाकान्त पासवान सहित पार्टी के अन्य नेता मौजूद थे।
दूसरी ओर, लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने गुरुवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां से मुलाकात कर उन्हें पांच जुलाई को स्व. रामविलास पासवान की जन्मतिथि पर पटना में आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। चिराग ने बताया कि स्व. पासवान की जन्म तिथि बिहार अस्मिता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राज्य के कई हिस्से में समारोह आयोजित किए जाएंगे। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ. राजेश भट्ट ने बताया कि पांच जुलाई को हाजीपुर में भी बड़े समारोह का आयोजन किया गया है। इसमें चिराग के अलावा पार्टी के अन्य नेता एवं कार्यकर्ता शामिल होंगे। जन्म तिथि के अवसर पर जिलों में पुष्पांजलि, संगोष्ठी, जनसंवाद, प्रभात फेरी जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।