मध्य प्रदेश में युवाओं को रोज़गार, स्वरोजगार और अप्रेंटिसशिप के लिए महत्वपूर्ण पहल
मध्य प्रदेश में युवाओं के लिए रोजगार और अप्रेंटिसशिप की नई पहल
स्वरोजगार और रोजगार बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश में महत्वपूर्ण कदम
युवाओं के करियर को सशक्त बनाने के लिए मध्य प्रदेश की नई योजनाएँ
भोपाल
प्रदेश में युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार एवं अप्रेंटिसशिप के अवसर उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इस उद्देश्य से प्रत्येक जिले में प्रतिमाह एक निर्धारित तिथि को "युवा संगम" का आयोजन किया जा रहा है। रोजगार एवं अप्रेंटिसशिप के लिए प्रदेश और प्रदेश के बाहर से भी नियोजक और विभिन्न प्लेसमेंट एजेंसियाँ भी उपस्थित रहती हैं, जो संस्थानों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन कर प्लेसमेंट प्रक्रिया को गति प्रदान करती हैं। युवा संगम में आईटी एवं तकनीकी क्षेत्रों से जुड़ी रिक्तियों जैसे कंप्यूटर ऑपरेटर, फिटर, मशीन ऑपरेटर, ऑटोमेकनिक, वेल्डर के साथ ही रिटेल, कस्टमर सपोर्ट, वाहन विक्रय, रिलेशनशिप मैनेजमेंट, इनबाउंड इंश्योरेंस सेल्स एवं इंश्योरेंस एजेंट जैसे क्षेत्रों से संबंधित रिक्तियाँ के लिए आवेदकों को चयनित किया जाता है।
युवा संगम माध्यम से एक लाख से अधिक युवाओं को मिले ऑफ़र लेटर
वर्ष 24-25 में युवा संगम के माध्यम से 78 हजार 868 आवेदकों को ऑफर लेटर प्रदान किये गए। वित्तीय वर्ष 25-26 में 30 जून 2025 तक 22 हजार 944 आवेदकों को ऑफर लेटर प्रदान किये जा चुके हैं। साथ ही 2,522 आवेदकों का अप्रेंटिसशिप के लिए चयन किया गया है।
आई टी आई भोपाल की पहल
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (ITI) भोपाल में पहल करते हुए एक सहकारी संस्था (Co-operative Society) के गठन की प्रक्रिया जारी है, जिसके माध्यम से ITI से उत्तीर्ण छात्र/छात्राएं सीधे फ्रीलांसर (freelancer) के रूप में सेवा-आधारित रोजगार से जुड़ सकेंगे।
इस संस्था का उद्देश्य प्रशिक्षित युवाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ई-कॉमर्स, डिलीवरी, रिपेयर व मेंटेनेंस, रिटेल सेवाएं, तकनीकी सेवा (Plumbing, Electrical, AC technician, etc.) जैसे क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराना है।
फर्म और कंपनियों के साथ हो रहे हैं समझौता ज्ञापन
फर्म और कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन (MOU) व कांट्रैक्ट के माध्यम से इन युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। डिजिटल प्लेटफॉर्म आधारित कॉल-बेस्ड सेवा प्रणाली द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को ग्राहकों से जोड़ने की पहल की जा रही है। कम लागत में स्वरोजगार का मॉडल स्थापित करने के लिए भी पहल की जा रही है। जिससे युवा खुद का काम कर सकें और समय के साथ टीम भी बना सकें।