भोपाल
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने दिग्विजय सिंह से राम मंदिर जाने को लेकर सवाल किया था. इसपर कांग्रेस नेता ने राम मंदिर जाने से इनकार कर दिया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं है.
‘शंकराचार्य का अद्वैत वेदांत का पाठ करवाएंगे’
राम मंदिर जाने के सवाल पर कांग्रेस नेता ये भी कहा कि वे शंकराचार्य का अद्वैत वेदांत का पाठ करवाएंगे. साथ ही प्रवचन भी करवाएंगे. इसमें लिखा है, ‘अहं ब्रह्मास्मि’. मतलब मुझमें ही ब्रह्म है, इसलिए मुझे कहीं और जाने की जरूरत नहीं है. लेकिन सनातन धर्म का पालन करने वाला हूं.
‘कमलनाथ सरकार पुजारियों को वेतनमान दे रही थी’
कांग्रेस नेता ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘उज्जैन में मंदिरों में जो चढ़ावा आ रहा है, वो मंदिरों के रखरखाव में इस्तेमाल नहीं हो रहा है. मंदिरों के रखरखाव का पैसा कलेक्टर, SDM के खाते में जमा होता है, लेकिन अधिकारी साइन नहीं करते हैं. गुना में इसी तरह का मामला सामने आया है. मंदिरों की जमीन स्थापित इष्ट देव की है, ये बात सुप्रीम कोर्ट ने कही है. देवता के नाम दर्ज भूमि नीलाम नहीं हो सकती, लेकिन इसका उल्लंघन एमपी सरकार कर रही है. एमपी में 50 हजार पुजारी है उनके साथ कुठाराघात हो रहा है. वहीं कमलनाथ सरकार पुजारियों का वेतनमान समेत कई सुविधा दे रही थी.
सांसद ने कहा- दिग्विजय सनातन समाज से माफी मांगे
भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने दिग्विजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा- मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम हम सबके आदर्श और श्रृद्धा के केन्द्र हैं। मैं दिग्विजय सिंह से पूछना चाहता हूं अगर अयोध्या में राम मंदिर नहीं जाओगे तो क्या दिल्ली की जामा मस्जिद में जाओगे? क्या मक्का-मदीना में जाओगे। देश की जनता इनके बारे में बहुत कुछ समझती है। इसलिए इनकी पार्टी और उनकी खुद की दुर्गति हो रही है। इस प्रकार के स्टेटमेंट के लिए उनको सनातन समाज से माफी मांगना चाहिए।
‘मैं सनातन धर्म का पालन करने वाला हूं’
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, ‘मैं जब मुख्यमंत्री था, तो मेरे खिलाफ विश्व हिंदू परिषद ने झूठा प्रचार किया था. मुझ पर आरोप लगाते हैं कि मैं मुस्लिम और ईसाई हूं. मैं सनातन धर्म का पालन करने वाला हूं. पुजारियों के साथ गलत हुआ है, तो हम लड़ाई लड़ेंगे. पुजारियों की जमीन कोई नहीं ले सकता है. जब सरकार बदलेगी तब सारी पोल खोलेंगे.
राम मंदिर के लिए दिग्विजय ने दिया था चंदा जनवरी 2021 में दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माध्यम से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को 1,11,111 रुपए का चेक भेजा था। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र भी लिखा था।
दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में अपील की थी कि राम मंदिर के नाम पर चंदा संग्रह सौहार्दपूर्ण और पारदर्शी माहौल में किया जाए, ताकि समाज में किसी भी प्रकार का तनाव या विभाजन न हो। आस्था के इस विषय में सभी वर्गों की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए।
दिग्विजय ने चंदे का हिसाब भी मांगा था दिग्विजय सिंह ने पत्र के माध्यम से विश्व हिंदू परिषद द्वारा पूर्व में एकत्र किए गए चंदे का लेखा-जोखा सार्वजनिक करने की मांग भी उठाई थी। उन्होंने कहा था कि चंदे की पारदर्शिता से लोगों का विश्वास और मजबूत होगा।
दिग्विजय सिंह का यह कदम उस समय चर्चा में रहा था, जब देशभर में राम मंदिर निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर चंदा अभियान चलाया जा रहा था। उनके इस निर्णय को उन्होंने आस्था के सम्मान के साथ-साथ जवाबदेही और पारदर्शिता से जोड़कर बताया था।

