नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. पार्टी ने स्पष्ट किया है कि इस बार वह मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी. दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि BJP उन स्थानों पर चुनाव हारने के बाद साम, दाम, दण्ड और भेद की नीति अपनाकर सरकारें बनाती है. बीजेपी अन्य पार्टियों को तोड़कर अपनी सरकार बनाती है. एमसीडी चुनाव को गुजरात चुनाव के साथ आयोजित किया गया, लेकिन उनकी कोई रणनीति सफल नहीं हुई. पिछले ढाई वर्षों में आम आदमी पार्टी के पार्षदों को बीजेपी ने तोड़कर अपने पक्ष में किया है. हम किसी विधायक या पार्षद को खरीदने या बेचने में विश्वास नहीं रखते.
पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि वर्तमान में MCD में बीजेपी का बहुमत है, जो तोड़फोड़ के परिणामस्वरूप प्राप्त हुआ है. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी तोड़फोड़ की राजनीति में शामिल नहीं है, इसलिए वे इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. बीजेपी को अपनी ट्रिपल इंजन सरकार का संचालन करना चाहिए और दिल्ली के कानून तथा सफाई की जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए. आतिशी ने यह भी कहा कि बीजेपी ने निगम में अपने संख्याबल को बढ़ाने के लिए तोड़फोड़ की है, और यदि उन्हें चुनाव जीतना है, तो उन्हें भी ऐसा करना पड़ेगा, जो कि उनकी पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ है.
आम आदमी पार्टी के मेयर चुनाव में भाग न लेने के निर्णय के बाद, बीजेपी ने इस पर तीखे हमले शुरू कर दिए हैं. बीजेपी के दिल्ली प्रवक्ता, प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी को यह भली-भांति समझ में आ गया है कि वह दिल्ली नगर निगम में न केवल बहुमत खो चुकी है, बल्कि पिछले ढाई वर्षों में नगर निगम के प्रशासनिक और रखरखाव कार्य भी ठप हो गए हैं. इस स्थिति के कारण आम आदमी पार्टी अब त्याग का दिखावा कर रही है.
बीजेपी के प्रवक्ता ने आम आदमी पार्टी के मेयर चुनाव से पीछे हटने पर उसे आलोचना का निशाना बनाया है. इसके साथ ही, उन्होंने कांग्रेस और आप के संभावित गठबंधन का भी जिक्र किया. उनका कहना है कि भविष्य में “आप” और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने एक-दूसरे से अलग होकर चुनाव लड़ा था.